भिलाई /सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र में उन्नत “सेल ग्रीन पेवर/टाइल्स प्लांट” के द्वितीय सत्र का कार्यपालक निदेशक (वर्क्स)  राकेश कुमार ने 18 मार्च, 2025 को उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में विभिन्न विभागों के मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी, मुख्य महाप्रबंधकगण तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। इस अवसर पर उन्नत पेवर/टाइल्स प्लांट की प्रचालन प्रणालियों से उपस्थितजनों को अवगत कराया गया।
यह उन्नत पेवर/टाइल्स प्लांट, सतत विकास एवं संसाधन संरक्षण की दिशा में संयंत्र का एक महत्वपूर्ण कदम है। पेवर ब्लॉक टाइल्स प्लांट का उद्घाटन जून 2023 को किया जा चुका था और इसमें फेवर ब्लाक का उत्पादन किया जा रहा था। इसमें आंशिक संशोधन और प्रतिदिन 2000 टाइल्स/पेवर ब्लॉक उत्पादन क्षमता के रुप में विकसित करके इस द्वितीय सत्र का आज शुभारंभ किया गया। इस प्लांट में इस्पात निर्माण प्रक्रिया में उप उत्पाद (बायप्रोडक्ट) के रूप में उत्पन्न प्रोसेस्ड स्टील स्लैग का उपयोग प्रमुख कच्चे माल के रूप में किया जा रह है। दूसरे सत्र में प्रोसेस्ड स्लैग को तीन भागों 0-5 मिमी, 5-15 मिमी और 16-45 मिमी में वर्गीकृत किया जाता है। जिसके अंतर्गत 5-15 मिमी अंश का पूर्व में सीमित उपयोग था। इस चुनौती का समाधान करने हेतु मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (लौह) श्री तापस दासगुप्ता के मार्गदर्शन में इस अंश का उपयोग पेवर निर्माण प्रक्रिया में सुनिश्चित करने की पहल की गई, जिससे अपशिष्ट को एक मूल्यवान संसाधन में परिवर्तित किया गया।
कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) श्री राकेश कुमार ने अपने संबोधन में पेवर/टाइल्स प्लांट की टीम द्वारा किए गए इस नवाचार और ‘वेस्ट टू वेल्थ’ की दिशा में किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की पहल न केवल कार्यस्थल को स्वच्छ और सुंदर बनाने में सहायक है, बल्कि कर्मचारियों के समग्र स्वास्थ्य और प्रसन्नता में भी वृद्धि करती है। श्री राकेश कुमार ने यह भी आश्वस्त किया कि उन्नत ‘सेल ग्रीन पेवर/टाइल्स प्लांट’ के सुचारू संचालन और भविष्य में इसकी सफलता के लिए हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य ठोस अपशिष्ट का 100 प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करना है, जिससे संसाधनों का संरक्षण हो और पार्कों, पाथवे, पार्किंग स्थल तथा गोदामों की सुंदरता में भी वृद्धि हो। यह परियोजना पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एम.ओ.ई.एफ – सी.सी) द्वारा निर्धारित पर्यावरणीय मानकों का पूर्ण पालन करती है। उल्लेखनीय है कि ‘सेल ग्रीन पेवर/टाइल्स प्लांट’ पूर्व में अपनी नवाचारपूर्ण एवं सतत विकास की उत्कृष्ट पहल के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार प्राप्त कर चुका है।
समारोह के दौरान श्री तापस दासगुप्ता ने पेवर/टाइल्स प्लांट की विशिष्टताओं पर विस्तार से प्रकाश डाला और इसके पर्यावरण संरक्षण एवं संसाधन उपयोगिता में योगदान को रेखांकित किया। वहीं, मुख्य महाप्रबंधक (एसआरएम) चंद्रेश झा ने टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए एल.डी. स्लैग टाइल्स का वाल क्लैडिंग में उपयोग कर उत्पाद की उपयोगिता एवं बाजार विस्तार की संभावनाओं पर विचार करने का सुझाव दिया।
कार्यक्रम का संचालन  देवेंद्र चौधरी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक (एमआरडी)  आलोक माथुर द्वारा दिया गया।







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