कार्यक्रम का शुभारंभ: दुर्ग के बीआरजे शासकीय आदर्श कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जिला स्तरीय आयोजन
जनजागरूकता: 1 से 19 वर्ष की आयु के बच्चों में कृमि मुक्त अभियान की शुरुआत
कलेक्टर का संदेश: अनुशासन, समर्पण और शिक्षा के प्रति निरंतरता से सफलता का मंत्र
स्वास्थ्य चर्चा: बेटी सुरक्षा, तिरंगा भोजन, एनीमिया और गुड टच-बेड टच पर बच्चों के साथ संवाद
पर्यावरण सुरक्षा: ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत विद्या का पौधा रोपित
दुर्ग। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 2024 अंतर्गत जिला स्तरीय शुभारंभ कार्यक्रम 29 अगस्त 2024 को बीआरजे शासकीय आदर्श कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दुर्ग में राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन दुर्ग द्वारा आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी द्वारा छात्राओं एवं शिक्षकों को एल्बेंडाजोल की टेबलेट खिलाते हुए स्वयं भी टैबलेट का सेवन किया। आयोजक डॉ. मनोज दानी सीएमएचओ, डॉ. दिव्या श्रीवास्तव डीएलओ, डॉ. राजेंद्र खंडेलवाल एनसीडी नोडल, संदीप ताम्रकार जिला कार्यक्रम प्रबंधक, डॉ. रश्मि भोसले, संजीव दुबे मैनेजर अर्बन हेल्थ एवं घनश्याम जोशी व श्रीमती सुमन जोशी की गरिमामयी उपस्थिति में हुई।
कार्यक्रम का शुरुआत सरस्वती पूजन एवं स्वागत के पश्चात प्राचार्य डॉ. श्रीमती कृष्णा अग्रवाल के स्वागत उद्बोधन में स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क के निवास की जानकारी देते हुए बच्चों को राष्ट्रीय कृमि दिवस का महत्व बताया। तत्पश्चात जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. दिव्या श्रीवास्तव ने बताया कि 1 से 19 वर्ष की आयु के छात्र-छात्राएं जो स्कूलों और आंगनबाड़ी में है। इनकोे क्रिमी मुक्त करते हुए उनके स्वास्थ्य पोषण स्तर शिक्षा की पहुंच और जीवन की गुणवत्ता में सुधार ला सकते हैं। जिससे बच्चे अधिक से अधिक लाभान्वित हो सके। इसलिए जनजागरूकता कार्यक्रम के तहत अभियान चलाया जा रहा है।
कलेक्टर सुश्री चौधरी ने बच्चों के बीच जाकर बेटी सुरक्षा, तिरंगा भोजन, एनीमिया, नशा मुक्ति, गुड टच बेड टच एवं स्वास्थ्य पर खुलकर चर्चा की। बेटियों के आत्म सुरक्षा पर विशेष जोर दिया। एक छात्रा के सवाल आप आईएएस कैसे बने, कलेक्टर ने अनुशासन और समर्पण के साथ निरंतर विद्या अर्जित करते रहने और हर क्षेत्र में अपना बेहतर प्रदर्शन करने, दूरदर्शन पर समाचार और सामान्य ज्ञान का अवलोकन करने हेतु प्रेरित किया। साथ ही कलेक्टर द्वारा पर्यावरण सुरक्षा हेतु एक पेड़ मां के नाम में विद्या का पौधा शाला में रोपित किया। इस प्रकार कार्यक्रम काफी सफल एवं सार्थक रहा साथ ही बच्चों में काफी उत्साह भी रहा।