पीएम मोदी ने सेना के बलिदान और सर्जिकल स्ट्राइक का उल्लेख किया, कोरोना टीकाकरण की सफलता को भी सराहा, और ‘विकसित भारत’ के विषय पर जोर दिया
नई दिल्ली। भारत आज अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण में भारतीय सेना के बलिदान और साहस का विशेष रूप से उल्लेख किया। पीएम मोदी ने कहा कि पहले आतंकवादी देश में घुसकर हमला कर जाते थे, लेकिन अब भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक से जवाबी कार्रवाई की जाती है। 2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद भारतीय थल सेना और वायु सेना ने प्रभावशाली जवाबी कार्रवाई की, जिससे देशवासियों का गर्व और आत्मविश्वास बढ़ा है।
प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी का भी उल्लेख किया, और कहा कि इस संकट काल में भारत ने सबसे तेज गति से करोड़ों लोगों को टीकाकरण करने का रिकॉर्ड कायम किया। उन्होंने इस बात पर गर्व व्यक्त किया कि देश ने कठिन समय में अपनी जिम्मेदारी निभाई और वैश्विक स्तर पर अपनी स्थिति को मजबूत किया।
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 78वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उनका संबोधन ‘विकसित भारत’ के विषय पर केंद्रित था, जिसमें भारत के विकास और समृद्धि की दिशा पर जोर दिया गया। इसके अतिरिक्त, उनकी बातों में बांग्लादेश में हाल की स्थिति, विशेषकर अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हुए हमलों का भी उल्लेख किए जाने की संभावना है।
इस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मंच से देश की उपलब्धियों, सेना की ताकत, और कोविड-19 के टीकाकरण की सफलता को उजागर किया, साथ ही भारत की भविष्य की दिशा और विकास की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला।