भारतीय बौद्ध महासभा जिला ईकाई की बैठक संपन्न
भारतीय बौद्ध महासभा रायपुर ने दिवंगत बी, एस, जागृत को दी श्रद्धांजलि
आज दिनांक 4/5/25 रविवार को भारतीय बौद्ध महासभा जिला ईकाई रायपुर की बैठक संपन्न हुई। बैठक में सर्वप्रथम दिवंगत बी. एस. जागृत प्रदेश अध्यक्ष भारतीय बौद्ध महासभा छत्तीसगढ़ को श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई इस अवसर पर प्रदेश महासचिव भोजराज गौरखेड़े ने उनके कार्यकाल में किये गये कार्यों को बताया एवं एक कुशल नेतृत्व कर्ता की कमी हमेशा समाज में रहेगी । जी एस मेश्राम कोषाध्यक्ष जिला ईकाई द्वारा बताया दिव. जागृत जी ने अपने कानुनी ज्ञान का उपयोग समाज के लोगों की भलाई के लिए किया। बिम्बिसार जी ने समाज के लिए उनके समर्पण को याद किया। सुरेन्द्र गोंडाने, हितेश गायकवाड़, कार्तिक गायकवाड़ ने उनके कार्यकाल के समय को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की भारतीय बौद्ध महासभा रायपुर के अध्यक्ष प्रकाश रामटेके द्वारा उन्हें याद कर कहा उनके मार्गदर्शन एवं नेतृत्व से समाज को एक नई पहचान मिली । एड्वोकेट राष्ट्रपाल ने उनके व्यक्तित्व को याद किया।
इस बैठक एवं श्रद्धांजलि सभा में भारतीय बौद्ध महासभा एवं सभी वार्डों के गणमान्य उपस्थित थे। बैठक में बुद्ध पूर्णिमा मनाने हेतु आयोजन हेतु चर्चा रखी गई थी। जिसमें सभी सदस्यों के विचार विमर्श कर निम्न निर्णय लिये गये।
1) दिनांक 12 मई को बुद्ध पूर्णिमा पर प्रातः 8 : 00 बजे गांधी उद्यान में बुद्ध प्रतिमा के पास सभी उपासक उपासिका उपस्थिति होंगे इसके पश्चात भंते जी धम्मदेशना का आयोजन किया जाएगा।
2) कार्यक्रम उपरांत 11 बजे शांति मार्च निकालकर आम्बेडकर चौक पर समापन किया जायेगा एवं महाबोधि आंदोलन पर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
इस बैठक एवं श्रद्धांजलि सभा में अरूण वंजारी, प्रणय सोनटक्के, हितेश गायकवाड़, अनिल बोरकर, सुनिल वान्दरे, कोमेन्द्रे रायकर, राहुल रामटेके, विनायक वरघट, केशव सिंगनापुरे, विक्की गौरे, प्रमोद रायकर, विकास गौरे, योगेश रावत, कमलेश रामटेके, राहुल वरके, विलास मेश्राम, बालकृष्ण गजभिए, संजय गजघाटे, शुशील मेश्राम, अरुण रामटेके, विजय चौहान, संत कुमार रामटेके, विनोद मेश्राम, हरिश रामटेके, महेश डोंगरे, मकरंद घोड़ेस्वार, भावेश परमार, सुधाकर गेडाम, एस आर फुलझेले, इत्यादि उपस्थित थे एवं अनेक वार्डों के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। बैठक का संचालन विजय गजघाटे महासचिव रायपुर ने किया।
सभा के अंत में दिव. बी एस जागृत जी को आदारंजलि देकर 2 मिनट का मौन रखा गया।