दुर्ग। भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा “रिजर्व बैंक: एकीकृत लोकपाल योजना 2021” के अंतर्गत होटल अमित इंटरनेशनल पार्क सुपेला भिलाई में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में आम नागरिकों तथा ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं से सम्बंधित शिकायतों के निवारण की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। इस कार्यशाला में उपस्थित विभिन्न बैंक अधिकारियों के द्वारा बैंकिंग सेवाओं से असंतुष्ट होने पर शिकायत की प्रणाली, शिकायत की पहले सम्बंधित बैंक शाखा अधिकारी तक पहुंचाना, यदि वहां समस्या का समाधान नहीं होता या समाधान से संतुष्ट नहीं हैं तों उसके पश्चात् बैंक लोकपाल में शिकायत करना, यदि वहां भी समस्या का समाधान नहीं होता है तों आप उसे रिजर्व बैंक के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाने से संबंधित जानकारी दी गई। साथ ही उपस्थित ग्राहकों एवं अधिकारी के बीच प्रश्न-उत्तर सत्र प्रारंभ किया गया। जिसमें ग्राहकों द्वारा अपनी समस्या से अवगत करवाया गया जिसका सम्बंधित अधिकारियों द्वारा निवारण का तरीका बताया गया। इसके साथ ही वर्तमान में होने वाले विभिन्न वित्तीय धोखाधड़ी से कैसे बचा जाना चाहिए तथा अपनी गोपनीय जानकारी जैसे-आधार, बैंक से सम्बंधित जानकारी, साथ ही मोबाईल पर आने वाले पासवर्ड को किसी के साथ साझा न करने के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किया गया। उक्त कार्यक्रम में श्री जे.पी. निस्के (लोकपाल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया), श्री गजेन्द्र साहू (उपलोकपाल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया), श्री माधवनंद परिड़ा (क्षेत्रीय प्रबंधक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया), श्री भरत कुमार चावड़ा (उप अंचल प्रमुख बैंक ऑफ बडौदा), श्री दीपक त्रिवेदी (क्षेत्रीय प्रबंधक, एचडीएफसी बैंक), श्री प्रभात रंजन (कलस्टर हेड, आईसीआईसीआई बैंक) उपस्थित थे।
दुर्ग। आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 26 नवंबर से 25 दिसंबर तक देश का प्राकृतिक परीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें भारत के सभी वयस्क नागरिकों का प्रकृति परीक्षण आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा मोबाइल एप के माध्यम से किया जाना है। इसी कड़ी में आज दुर्ग संभाग के कमिश्नर श्री एसएन राठौर का प्रकृति परीक्षण जिला आयुष अधिकारी डॉ. दिनेश चंद्रवंशी के मार्गदर्शन में आयुष विंग के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. जयप्रकाश चंद्राकर द्वारा किया गया। आयुर्वेद में वर्णित प्रकृति परीक्षण से व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक संरचना और प्रकृति को समझने में मदद मिलती है। जिससे व्यक्ति के शरीर में रोगों के प्रभाव को जानने और औषधियों के चयन में आसानी होती है। व्यक्ति की प्रकृति के अनुसार ही उसके स्वास्थ्य के लिए दिनचर्या और ऋतुचर्या निर्धारित होती है। कमिश्नर दुर्ग संभाग श्री एस.एन. राठौर ने सभी नागरिकों से स्वेच्छा से प्रकृति परीक्षण कराने की अपील की है।
दुर्ग। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी द्वारा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजनांतर्गत प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के 08 कार्याे के लिए 79 लाख 87 हजार 017 रूपए स्वीकृत किया गया है। विधायक श्री ललित चंद्राकर द्वारा अनुशंसित उक्त कार्य का संपादन क्रियान्वयन एजेंसी जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी दुर्ग द्वारा की जाएगी।
दुर्ग। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी द्वारा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजनांतर्गत प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए दुर्ग नगर विधानसभा के 12 कार्याे के लिए एक करोड़ 77 लाख 93 हजार 280 रूपए स्वीकृत किया गया है। विधायक श्री गजेन्द्र यादव द्वारा अनुशंसित उक्त कार्य का संपादन क्रियान्वयन एजेंसी आयुक्त नगर पालिका निगम दुर्ग द्वारा की जाएगी।
दुर्ग जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र दुर्ग द्वारा जिले में नियोजक द्वारा उपलब्ध रिक्त पदों को भरने के लिए प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन 20 दिसम्बर को सुबह 10.30 बजे से जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र दुर्ग में किया जाएगा। प्लेसमेंट कैम्प में नियोजक इवेन कार्गाे में 30 पदों एवं ए एस सिक्यूरिटी सर्विस में 50 पदों पर भर्ती की जाएगी।
दुर्ग कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में विगत दिनों जिला पंचायत सभागर में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ’’बिहान’’ की समीक्षा बैठक जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री बजरंग दुबे की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में सर्वप्रथम ब्लॉक बिहान स्टाफ एवं पीआरपी का परिचय लिया गया। इस दौरान लखपति दीदी बनाये जाने हेतु वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिले को प्राप्त 3600 के लक्ष्य के विरूद्ध कुल जितनी महिलाओं की कार्ययोजना बनाई गई है, विभागीय समन्वय स्थापित कर लाभांवित महिलाओं एवं अगामी कार्ययोजना पर चर्चा की गई। जिला पंचायत सीईओ श्री दुबे ने निर्देशित किया कि समस्त ब्लॉक के एडीईओ द्वारा जमीनी स्तर पर लखपति महिला पहल के संबंध में भौतिक सत्यापन किया जाए। उन्होंने कहा जिला स्तर से डीपीएम द्वारा भी उक्त कार्यों की निगरानी की जाए एवं लखपति महिला पहल में जो समूह सदस्य लखपति बन चुके है, उनकी सफलता की कहानी प्रति सप्ताह 03 कहानी प्रति विकासखण्डों द्वारा दी जाए। सभी कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण किए जाने हेतु निर्देश दिये गए। लखपति महिला पहल अंतर्गत कार्यों की समीक्षा हेतु जिला स्तर से एक कमेटी का गठन करके सप्ताहिक क्षेत्र भ्रमण किये जाने हेतु निर्देश दिए गए। इसके अलावा छत्तीसगढ़ शासन ग्रामीण विकास विभाग के सचिव द्वारा लिए गए राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक की कार्यवाही के विरूद्ध पालन प्रतिवेदन पर समीक्षा की गई। जिसमें लाकोस एप्प में समूह, ग्राम संगठन एवं संकुल संगठन की प्रोफाइल प्रविष्टि और संभावित लखपति महिला के चिन्हांकन तथा गतिविधि, आय-व्यय एवं आमदनी संबंधी प्रविष्टि ,आर.एफ, सीआईएफ, बैंक लिंकेज, पीएमजेजेबीवाय और पीएमएसबीवाय अंतर्गत बीमित मृत्य व्यक्ति के क्लेम समय पर दिलाये जाने की समीक्षा की गई।