सोलर पंप और ऊर्जा दक्ष संयंत्रों की जानकारी प्रदान की गई

जल स्तर गिरावट और ऊर्जा संकट के समाधान पर हुआ विचार

फसल चक्र और दलहन-तिलहन फसलों से संरक्षण के उपाय सुझाए गए

कृषकों को सौर समाधान ऐप के उपयोग और योजनाओं की जानकारी दी गई

70 से अधिक किसानों ने लिया हिस्सा, संरक्षण का लिया संकल्प

       दुर्ग। ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिसेंसी (बीईई) भारत सरकार द्वारा ऊर्जा एवं जल संरक्षण के प्रति कृषकों में जागरूकता लाने हेतु आज कृषि विज्ञान केन्द्र पाहंदा (अ) विकासखण्ड पाटन दुर्ग में अर्द्ध दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

       छ.ग.राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) से प्राप्त जानकारी अनुसार कार्यशाला में क्रेडा विभाग के जिला प्रभारी श्री रवीन्द्र कुमार देवांगन द्वारा सोलर पंप एवं अन्य सौर संयंत्रों के सफल संचालन हेतु विस्तृत जानकारी कृषकों को दी गई। मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं निदेशक डॉ विजय जैन (कृषि विज्ञान केन्द्र पाहंदा ’अ’) ने अपने अनुभव साझा करते हुये बताया कि वर्तमान में बिजली एवं जल के अत्यधिक दोहन से उत्पन्न ऊर्जा संकट तथा निरंतर गिरते हुये जल स्तर के कारण भविष्य में आने वाली कठिनाईयों के निदान के लिए आज संरक्षण बहुत ही आवश्यक है। उप संचालक कृषि श्री संदीप भोई द्वारा किसानों को जल एवं मृदा संरक्षण हेतु कार्यशाला की उपयोगिता तथा कार्यशाला में दिये जाने वाली जानकारी के प्रयोग द्वारा ऊर्जा संरक्षण किये जाने हेतु प्रोत्साहित किया। श्री कमल नारायण वर्मा (विषय विशेषज्ञ उद्यानकीय) द्वारा किसानों को अवगत कराया गया कि फसल चक्र परिवर्तन के माध्यम से किस्म के आधार पर पानी की आवश्यकता पड़ती है जिसकी जानकारी होने पर बहुत अधिक मात्रा में जल का संरक्षण किया जा सकता है।

       रबी के फसल में दलहन तिलहन फसलों का उपयोग मृदा एवं जल संरक्षण दोनों में सहायक है, तथा मिथेन गैस के उत्सर्जन को किस प्रकार कम किया जा सकता है। श्री दिनेश सिन्हा (सोलेक्सी इको पॉवर) द्वारा ऊर्जा दक्ष पंपों का प्रदर्शनीय कर ऊर्जा बजत की जानकारी दिया गया, जिससे कृषकों द्वारा भविष्य में कृषि कार्य के लिए ऊर्जा दक्ष उपकरणों का उपयोग एवं फसल चक्र अपनाते हुये जल संरक्षण हेतु संकल्प लिया गया। कार्यक्रम के समापन पूर्व जिला प्रभारी क्रेडा द्वारा अर्द्ध दिवसीय कार्यशाला में उपस्थित कृषकों को सौर समाधान ऐप द्वारा विभिन्न योजनाओं की जानकारी, योजनाओं हेतु आवेदन प्रक्रिया की जानकारी, शिकायतों पर कार्यवाही तथा क्रेडा अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा ऑनलाईन मानिटरिंग के माध्यम से संयंत्रों की कार्यशीलता सुनिश्चित करने के बारे में जानकारी दी गई तथा उनके मोबाईल में ऐप इंस्टाल कराया गया।

       कार्यक्रम में विभिन्न ग्रामों के लगभग 70 कृषक उपस्थित हुए। कार्यक्रम में केडा से सहायक अभियंता श्री नितेश बन्छोर, श्री दिनेश चंद्रा, उप अभियंता श्री हरीश श्रीवास्तव, श्री विक्की चौधरी, कु. यामिनी देवांगन एवं श्री सोनल कुमार सोनी, श्री खेमराज वर्मा एवं क्रेडा के अन्य स्टॉफ उपस्थित रहे।

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