मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की योजनाओं से प्रेरित होकर किसान कर रहे हैं जलीय कृषि, मत्स्य पालन से मिल रहा आर्थिक लाभ
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा किसानों को धान के साथ-साथ मछली पालन और मुर्गी पालन जैसे अन्य व्यवसायों की ओर प्रेरित किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा दूरस्थ अंचल के किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इनमें से एक है प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, जिसके तहत राज्य के किसानों को जलीय कृषि के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
जशपुर के किसान की सफलता
जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड के भितघरा ग्राम के श्री जनक राम यादव इस योजना के सफल उदाहरण हैं। श्री यादव ने 2023-24 में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत 0.5 हेक्टेयर भूमि में तालाब निर्माण कर मछली पालन का कार्य शुरू किया। इस योजना के अंतर्गत उन्हें 1 लाख 40 हजार रुपये की अनुदान राशि प्राप्त हुई। मछली पालन से उन्हें अब तक 7 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है, जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।
कृषि और जलीय कृषि में संतुलन
मुख्यमंत्री साय का मानना है कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए पारंपरिक कृषि के साथ-साथ वैकल्पिक कृषि जैसे मछली पालन, मुर्गी पालन और अन्य व्यवसायों को अपनाना आवश्यक है। राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का उद्देश्य किसानों को कृषि के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी आत्मनिर्भर बनाना है।
देश की अर्थव्यवस्था में कृषि का योगदान
देश की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। किसान भाई अन्नदाता अपनी मेहनत से न केवल देश को खाद्यान्न और सब्जियां उपलब्ध कराते हैं, बल्कि अब जलीय कृषि जैसे क्षेत्रों में भी अपनी सफलता की कहानियां लिख रहे हैं। जशपुर जिले के श्री यादव जैसे किसानों की सफलता इन योजनाओं की सटीकता को साबित करती है।