उद्देश्य और उपस्थिति: पालकों और शिक्षकों के बीच बेहतर समन्वय और बच्चों की शिक्षा में सुधार पर चर्चा
मुख्य बिंदु: पढ़ाई के लिए व्यवस्थित वातावरण, परीक्षा तनाव, और डिजिटल प्लेटफॉर्म के उपयोग पर विचार
विशेष आकर्षण: कक्षा 12वीं की टॉपर रितु कौशले और छात्रवृत्ति प्राप्तकर्ताओं को सम्मानित किया गया
सांस्कृतिक और पर्यावरणीय गतिविधियाँ: बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और शाला परिसर में पौधारोपण
दुर्ग। छत्तीसगढ़ शासन के आदेशानुसार, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरदा में प्रथम संकुल स्तरीय मेगा पालक शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य बच्चों की शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के लिए पालक और शिक्षक के बीच एक सशक्त संबंध स्थापित करना था। इसके अलावा, शैक्षणिक योजनाओं की जानकारी साझा करना और उनके प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा करना भी इस आयोजन का हिस्सा था।
इस कार्यक्रम में सरदा संकुल के विभिन्न विद्यालयों से 90 पालक और 40 शिक्षक उपस्थित रहे। इसमें शामिल विद्यालय थे: प्राथमिक शाला सरदा, माध्यमिक शाला सरदा, प्राथमिक शाला भटगांव, प्राथमिक शाला सिंगदेही, माध्यमिक विद्यालय सिंगदेही, और शासकीय उत्तर माध्यमिक विद्यालय सरदा।
बैठक का मुख्य उद्देश्य पालकों और शिक्षकों के संयुक्त प्रयास से एक सकारात्मक शैक्षिक वातावरण तैयार करना था। इसके तहत बच्चों के शारीरिक, मानसिक, और सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय और पालकों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया गया। बच्चों के काउंसलिंग के माध्यम से उन्हें परीक्षा के तनाव से मुक्त करने की दिशा में भी कदम उठाए गए।
बैठक में 12 प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की गई:
- घर में व्यवस्थित पढ़ाई का स्थान: बच्चों के लिए एक विशेष पढ़ाई का कोना तैयार करना।
- दिनचर्या पर चर्चा: पालकों से बच्चों की दिनचर्या व्यवस्थित करने और उन्हें बताने की अपील।
- बेझिझक बातचीत का माहौल: स्कूल और घर में ऐसा वातावरण तैयार करना जहां बच्चे खुलकर बात कर सकें।
- परीक्षा का तनाव: बच्चों को अकादमिक और परीक्षा से जुड़े तनाव से मुक्त रखने पर चर्चा।
- पुस्तकों की उपलब्धता: बच्चों के लिए उचित पुस्तकों की उपलब्धता पर विचार।
- बस्ता रहित शनिवार: विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सीखने की प्रक्रिया को बढ़ावा देना।
- स्वास्थ्य परीक्षण और पोषण: बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण और पोषण से संबंधित मुद्दों पर चर्चा।
- प्रमाण पत्र की सुविधाएं: आय, जाति, और निवास प्रमाण पत्र बनाने की सुविधाओं पर जानकारी।
- न्योता भोज: न्योता भोज के आयोजन से संबंधित चर्चा।
- छात्रवृत्ति और प्रतियोगी परीक्षाएं: विभिन्न छात्रवृत्तियों और प्रतियोगी परीक्षाओं के बारे में जानकारी।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म: दीक्षा एप और अन्य डिजिटल माध्यमों से पढ़ाई के बारे में चर्चा।
- ई-जादुई पिटारा: कार्टून और गीतों के माध्यम से बच्चों को सीखाने के उपायों पर विचार।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना, दीप प्रज्ज्वलन, और राजकीय गीत के साथ की गई। शिक्षक अमित कुमार साहू ने सभी को उल्लास शपथ ग्रहण करवाई। कक्षा 12वीं की टॉपर रितु कौशले और उनके पिता गज्जू कौशले को सम्मानित किया गया। छात्र सतीश और उनके पालक को भी छात्रवृत्ति और अन्य उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान प्राथमिक और मिडिल स्कूल के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी दी गईं। इसके अलावा, शाला परिसर में पौधारोपण की गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं।
इस बैठक में जिला नोडल अधिकारी श्री नितिन खंडूजा, जिला पंचायत सभापति श्रीमती पुष्पा टंकेश साहू, और राज्य स्तर के डीपीआई उपसंचालक श्री लव कुमार साहू ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। संकुल स्तरीय समन्वयक श्री बलदेव कुमार कंवर, श्री हितेंद्र कुमार पाटिल, श्री दिग्विजय बंछोर, श्री सोहनलाल ध्रुव, और श्री लक्ष्मी नारायण साहू भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
कार्यक्रम का संचालन शिक्षक श्री जेपी यादव ने किया, और यह कार्यक्रम बहुत ही उल्लासपूर्ण और सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।